मित्रो,
केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अधिकारी संवर्ग संगठन हिंदी दिवस (14 सितंबर, 2013) के शुभ अवसर पर केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा के सभी अधिकारियों के साथ-साथ अपने सभी अनुवादक साथियों को भी हार्दिक बधाई देता है। आइए, इस पावन अवसर पर हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि हम अपने-अपने कार्यालयों में भारत के संविधान के अनुच्छेद 343 व 351 में अंतर्विष्ट प्रावधानों के मद्देनज़र पूरे वर्ष सरल व सुबोध हिंदुस्तानी भाषा के प्रयोग को बढ़ावा देंगे। आप सभी इस बात से सहमत होंगे कि ऐसा करने से जहां एक ओर सरकारी काम-काज में हिंदी के क्रमिक प्रयोग को आसानी से प्रोत्साहित किया जा सकेगा, वहीं दूसरी ओर सूचना प्रौद्योगिकी के इस युग में हिंदी भाषा अपने सामर्थ्य व अपनी देवनागरी लिपि की वैज्ञानिकता के कारण जनमानस की भाषा भी बन सकेगी।
पुनश्च हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।
जय हिंद, जय हिंदी।
आपने लगभग निष्क्रिय पड़े हुए एसोसिएशन को फिर से सक्रिय और पुनरुज्जीवित करके सराहनीय कार्य किया है। इससे राजभाषा संवर्ग के अधिकारियों/कर्मचारियों के हितों को साधने के लिए महत्वपूर्ण संबल मिलेगा। आपकी पिछली बैठक आज से लगभग दो वर्ष पूर्व परिवहन भवन में हुई थी। मेरा आपसे आग्रह है कि आप आम बैठक आयोजित करें जिसमें निम्नलिखित विषयों की अद्यतन स्थिति के बारे में चर्चा की जाए और एक-दूसरे को इससे अवगत कराया जाए:
ReplyDelete1. भर्ती नियमों की वर्तमान स्थिति। क्या कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने राजभाषा विभाग को भर्ती नियमों को अधिसूचित करने का निर्देश/परामर्श दिया है और अगर हाँ, तो इसकी वर्तमान स्थिति क्या है?
2. क्या नए भर्ती नियमों में निदेशक और संयुक्त निदेशक (रा.भा.) के पदों के संबंध में प्रतिनियुक्ति (डेपूटेशन) संबंधी व्यवस्था बरकरार रखी गई है? अगर हाँ, तो दोनों पदों में इनके लिए कितना-कितना प्रावधान किया गया है?
3. क्या अनेक वर्षों से तदर्थ सहायक निदेशक के पद पर कार्यरत व्यक्तियों को नियमित करने और उप निदेशक के 30 से अधिक रिक्त पदों पर नियुक्त करने का कोई प्रस्ताव है?
4. माननीय न्यायालय ने 1986 से संबंधित मामले का निर्णय सुरक्षित रखा हुआ है। अगर निर्णय पक्ष में आता है, तो क्या इसका लाभ उन व्यक्तियों को भी मिलेगा जो 1986 में कनिष्ठ अनुवादक से ऊपर के पद पर कार्यरत थे?
आपने आग्रह है कि कृपया यथाशीघ्र एसोसिएशन की आम सभा आयोजित करने की घोषणा करें जिससे लगभग 2 वर्ष पहले हुए पिछली बैठक के बाद हुई महत्वपूर्ण गतिविधियों से सभी को भली-भाँति परिचित कराया जा सके।