Friday 23 August 2013

ब्‍लॉग का शुभारंभ नई ऊर्जा और नए संकल्‍प के साथ

मित्रो,

केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अधिकारी संवर्ग संगठन के इस नए ब्‍लॉग पर आपका स्‍वागत है।

इस ब्‍लॉग की शुरुआत करने में कुछ अपरिहार्य कारणों से विलंब हुआ जिसके लिए हमें खेद है। इसका मुख्‍य कारण यह था कि संगठन की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी संवर्ग संबंधी कुछ मुद्दों का राजभाषा विभाग के साथ मिल-जुल कर निदान करने में व्‍यस्‍त थी। इसके अलावा, इस बीच राजभाषा विभाग स्‍व-प्रेरणा से केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा संवर्ग के सभी सदस्‍यों - अनुवादक से लेकर निदेशक तक - के सेवा संबंधी लगभग सभी मामलों पर पूरी ईमानदारी, सत्‍यनिष्‍ठा और पारदर्शिता के साथ सकारात्‍मक  कार्रवाई करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत था, इसलिए तत्‍काल ब्‍लॉग की आवश्‍यकता न महसूस करते हुए उसके शुभारंभ में विलंब हुआ। 

इससे पहले कि अपने सभी साथियों के साथ अपने संवर्ग की बेहतरी से जुड़े समस्‍त मुद्दों पर स्‍वस्‍थ चर्चा की जाए या उन्‍हें साझा किया जाए, 07 नवंबर, 2012 को नवनिर्वाचित इस केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अधिकारी संवर्ग संगठन (CSOLS OFFICERS' CADRE ASSOCIATION) के इतिहास और इस संगठन को सक्रिय रूप से पुनरुज्‍जीवित करने की आवश्‍यकता के बारे में संक्षेप में चर्चा करना प्रासंगिक होगा।

संगठन की तत्‍कालीन कार्यकारिणी को भंग करने संबंधी परिपत्र
यह सर्वविदित है कि अपने अनुवादक साथियों ने केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवादक संघ के लंबे समय से लंबित निर्वाचन को 17 जुलाई, 2012 को संपन्‍न कराने के उपरांत नवनिर्वाचित कार्यकारिणी का गठन कर लिया था। निस्‍संदेह इसी तर्ज पर अधिकारियों के लिए भी एक निर्वाचित संगठन व कार्यकारिणी की नितांत आवश्‍यकता महसूस की जा रही थी। साथ ही, प्रस्‍तावित नवनिर्वाचित कार्यकारिणी के अस्‍तित्‍व में आने के पश्‍चात इस राजभाषा सेवा अधिकारी संवर्ग संगठन को मान्‍यता दिलाए जाने की भी परिकल्‍पना थी।

उल्‍लेखनीय है कि यह अधिकारी संगठन अस्‍सी के दशक से ही अस्‍तित्‍व में है। समय-समय पर इसके पदाधिकारियों ने संवर्ग की बेहतरी हेतु प्रयास भी किए। यह भी सच है कि इसे किसी समय एक मान्‍यताप्राप्‍त एसोसिएशन का स्‍तर प्राप्‍त था। इसकी मान्‍यता को जारी रखने का संभवत: प्रयास नहीं किया गया क्‍योंकि वर्ष 2003-04 के दौरान तत्‍कालीन अनुवादक संघ और इस संगठन को मिलाकर एक परिसंघ बनाने का निर्णय लिया गया था। हालांकि, पांच-छह वर्ष बाद कुछ अधिकारियों को यह महसूस होने लगा कि तत्‍कालीन अनुवादक संघ अधिकारियों के हितों की जाने या अनजाने में अनदेखी कर रहा है। इसीलिए, उन्‍होंने इस संगठन को पुनरुज्‍जीवित किया। हालांकि, हमें इस बात को स्‍वीकारने में कोई संकोच नहीं हो रहा है कि यह संगठन निष्‍क्रिय अवस्‍था में था और संवर्ग की बेहतरी से संबंधित मुद्दों पर अपने कार्यकलापों को जारी रख पाने में असमर्थ था। इसी तथ्‍य को ध्‍यान में रखते हुए, लोकतांत्रिक व पारदर्शी प्रणाली में विश्‍वास रखने वाले कुछ अधिकारियों ने संगठन के तत्‍कालीन पदाधिकारियों के साथ 04 अक्‍तूबर, 2012 को योजना भवन के प्रेक्षागार में एक बैठक की जिसमें इस संगठन को सक्रिय बनाए जाने की मांग की गई। तत्‍कालीन पदाधिकारियों ने अपनी कार्यकारिणी को उसी समय सर्वसम्‍मति से भंग करने का निर्णय लिया और नई कार्यकारिणी का चुनाव कराने की भी घोषणा की। संवर्ग के ही सेवानिवृत्‍त अधिकारी, श्री नंद किशोर, पूर्व उप-निदेशक को निर्वाचन अधिकारी के रूप में नियुक्‍त करने का भी निर्णय लिया गया। चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कराने की अंतिम तारीख 31 अक्‍तूबर, 2012 नियत की गई और 07 नवंबर, 2012 को मतदान करने की तारीख के रूप में नियत किया गया।


चुनाव की घोषणा करने संबंधी परिपत्र
इसके पश्‍चात अगले दिन से ही केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा संवर्ग के सभी अधिकारियों - सहायक निदेशक से लेकर निदेशक तक - से संपर्क करने का अभियान शुरू किया गया और इस संगठन के चुनाव कार्यक्रम से अवगत कराने और साथ ही, संगठन का सदस्‍य बनाने का कार्य भी युद्ध स्‍तर पर शुरू किया गया। हमें यह देखकर बहुत ही प्रसन्‍नता हुई कि संवर्ग के कमोबेश लगभग सभी अधिकारियों ने अधिकारी संगठन के लिए इस प्रकार पारदर्शी तरीके से पहली बार चुनाव कराए जाने के प्रयासों की न केवल प्रशंसा की बल्‍कि इस संगठन की सदस्‍यता को भी तहे दिल से और खुले मन से स्‍वीकार किया। इसके अलावा, संवर्ग के कल्‍याणार्थ अपना समय निकाल सकने वाले अधिकारियों से पदाधिकारी के रूप में या कार्यकारिणी के सदस्‍य के रूप में नामांकन दाखिल करने का भी अनुरोध किया गया। आप सभी साथियों के सहयोग से अंततोगत्‍वा 07 नवंबर, 2012 को  केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अधिकारी संवर्ग संगठन (CSOLS OFFICERS' CADRE ASSOCIATION) की विधिवत रूप से निर्वाचित कार्यकारिणी की घोषणा की गई और उसी दिन
आम सभा की बैठक की गई। तब से लेकर आज तक कार्यकारिणी की नियमित रूप से बैठकें होती हैं जिन पर संवर्ग के कल्‍याण से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाता है और उनकी समीक्षा भी की जाती है।

नामांकन प्रपत्र
 इस बीच, संवर्ग संबंधी कई मुद्दों को लेकर संगठन के पदाधिकारियों ने राजभाषा विभाग के सचिव महोदय, तत्‍कालीन संयुक्‍त सचिव महोदय और मौजूदा संयुक्‍त सचिव महोदया के साथ कई सार्थक बैठकें कीं और उन्‍हें सेवा संबंधी लंबित कई मामलों को शीघ्रता से निपटाने हेतु अभ्‍यावेदन भी सौंपे। यहां पर इस बात का उल्‍लेख करना संदर्भगत होगा कि इस संगठन को इस बात पर रंच मात्र संदेह नहीं है कि राजभाषा विभाग का सेवा अनुभाग संवर्ग के सभी स्‍तरों के सेवा संबंधी सभी मामलों पर समानांतर रूप से पूरी निष्‍पक्षता के साथ कार्रवाई करने में निरंतर प्रयासरत है। हां, कुछ मामले ऐसे होते हैं जिनके औपचारिक अनुमोदन में यथोचित समय लगना तय है, इसलिए ऐसी स्‍थिति में अपेक्षित धैर्य बनाए रखना नितांत आवश्‍यक होता है। देर आए, दुरुस्‍त आए की भावना के साथ राजभाषा विभाग को सहयोग देना भी आवश्‍यक है।

इस एसोसिएशन ने लगभग सभी प्रकार की औपचारिकताएं पूरी करने के पश्‍चात अपेक्षित दस्‍तावेजों के साथ संगठन की मान्‍यता हेतु राजभाषा विभाग के विचारार्थ अपना आवेदन दिनांक 19.03.2013 को प्रस्‍तुत कर दिया है। हमें विश्‍वास है कि संगठन को मान्‍यता देने की प्रक्रिया शीघ्र ही पूरी कर ली जाएगी।

 केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अधिकारी संवर्ग संगठन (CSOLS OFFICERS' CADRE ASSOCIATION) द्वारा 07 नवंबर, 2012 से लेकर अब तक किए गए प्रयासों का ब्‍यौरा भी आपकी जानकारी के लिए आगे कड़ियों में प्रस्‍तुत करने जा रहे हैं।

चुनाव परिणाम की घोषणा करने संबंधी पत्र
मित्रो, संवर्ग के आप सभी साथियों के सहयोग से ही हम संवर्ग की बेहतरी के लिए कुछ कर गुजरने में सफल होंगे। साथ ही, आपको विश्‍वास दिलाते हैं कि हम संवर्ग से संबंधित सभी प्रासंगिक मुद्दों पर आपको अद्यतन जानकारी सुलभ कराने का नियमित प्रयास करेंगे। संवर्ग के आप सभी साथियों से एक गुजारिश भी है कि आप कृपया इस ब्‍लॉग के माध्‍यम से हमें समय-समय पर अपने विचारों व सुझावों से अवगत कराते रहेंगे, आपके इस सहयोग के लिए यह संगठन आपका सदैव आभारी रहेगा।

आज यहीं पर अपनी बात समाप्‍त करते हैं। कृपया इस ब्‍लॉग को नियमित रूप से पढ़ते रहें और अपने विचारों व अपनी प्रतिक्रिया से हमें अवगत कराते रहें ताकि हम इस संगठन के माध्‍यम से आपके सार्थक विचारों को अमली जामा पहनाने में सफल हो सकें। आप इस ब्‍लॉग पर पोस्‍ट के नीचे टिप्‍पणी वाले कॉलम के अतिरिक्‍त csolsofficerscadre@gmail.com पर भी टिप्‍पणी एवं सुझावों से अवगत करा सकते हैं।  धन्‍यवाद।

6 comments:

  1. स्वतंत्रता दिवस , रक्षाबंधन, जन्माष्टमी , ईद जैसे शुभ दिनों वाले अगस्त माह में एसोसिएशन का ब्लॉग शुरू करने के लिए शुभकामनाएँ .

    प्रयासों के बाबजूद दोनों एसोसिएशन का एक न होना हालाँकि कष्टदायक है , फिर भी मेरी मान्यता है कि जैसे भारत की विशेषता अनेकता में एकता की है उसी प्रकार हमारी तीनों एसोसिएशन अलग अलग होते हुए भी एक हैं और उनका उद्देश्य भी एक ही है "राजभाषा संवर्ग के समुत्थान और बेहतरी के लिए समर्पण ".

    साथ ही विनम्र अनुरोध है कि हमारे वरिष्ठ अनुवादक श्री शेलेन्द्र प्रसाद और श्री राजेंद्र प्रसाद पन्त रिटायर होने वाले हैं , विशेषकर श्री शेलेन्द्र तो नवम्बर, 2 0 1 3 में ही रिटायर हो जाएँगे . अगर उनकी प्रमोशन नहीं हुई तो उन्हें वरिष्ठ अनुवादक के पद से ही रिटायर होना पड़ेगा . अतः इस ब्लॉग के माध्यम से मेरा आप सभी से अति विनम्र अनुरोध है कि इनकी प्रोन्नति का मार्ग प्रशस्त किया जाए . आपका सदा आभारी
    शिव कुमार गौड़ .

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  2. गौड़ साहब, केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अधिकारी संवर्ग संगठन का ब्‍लॉग पढ़ने और उसके लिए आपकी शुभकामनाएं प्राप्‍त होने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्‍यवाद।

    अपने अनुवादक साथियों के लिए एक अलग एसोसिएशन होना चाहिए, इस बात से आप भी सहमत होंगे। इसी अपेक्षा के मद्देनज़र इस समय विधिवत रूप से निर्वाचित एक अनुवादक एसोसिएशन है जिसके पदाधिकारी सुचारु रूप से अपने दायित्‍वों का निर्वहन कर रहे हैं। जहां तक दोनों अधिकारी एसोसिएशन के एक होने की बात जो आपने कही है, उसके लिए इस अधिकारी संगठन द्वारा किए गए प्रयासों से आप अच्‍छी तरह से अवगत हैं। तथापि, यदि दोनों एसोसिएशन का एजेंडा एक ही हो - वह है केंसराभासे संवर्ग की बेहतरी तो हमें लगता है कि हम समग्र रूप से बेहतर परिणाम प्राप्‍त करने में सफल हो सकते हैं। वैसे भी, इस समय राजभाषा विभाग में संवर्ग के सभी स्‍तरों की बेहतरी के लिए पूरी ईमानदारी व सत्‍यनिष्‍ठा के साथ सकारात्‍मक प्रयास किए जा रहे हैं। इसलिए, बेहतर यही होगा कि राजभाषा विभाग के साथ समुचित तालमेल बिठाकर उन्‍हें अपेक्षित सहयोग देते हुए सभी लंबित मामलों पर आगे की कार्रवाई को जारी रखा जाए।

    जहां तक हमारे दो वरिष्‍ठ अनुवादक साथियों, श्री शैलेंद्र प्रसाद और श्री राजेंद्र प्रसाद पंत को उनकी सेवानिवृत्‍ति से पूर्व सहायक निदेशक (राजभाषा) के रूप में पदोन्‍नति दिलाए जाने की बात है, इस संबंध में यह संगठन अनुवादक एसोसिएशन के साथ मिल-जुलकर हर संभव प्रयास करेगा। उम्‍मीद है कि हम अपनी इस कोशिश में कामयाब होंगे। इस संबंध में भी आपके मार्गदर्शन के लिए आपका पुनश्‍च धन्‍यवाद।

    हमें विश्‍वास है कि संगठन को इस ब्‍लॉग के माध्‍यम से भविष्‍य में भी आपका मार्गदर्शन प्राप्‍त होता रहेगा।

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  3. श्री श्याम सिंह से ई-मेल से प्राप्त टिप्पणीः

    Congratulations ! Congratulations !! Congratulations !!! for the formation/revival and election of CSOLS Officers Cadre Association. Though a small step for the Assocciation, it's a giant leap for the officers of CSOLS cadre who till then were icognito, whose voices were never heard what to speak of being noticed. Thanks a ton to the bold officers who puffed life into a sleeping/dormant Assocition and revived it to such an extent that it is roaring to march forward to achieve its goals and aspirations.
    I have been in this cadre since the last 23 years and what a pleasant surprise I have got now. At least now I shall hear and be heard as well. Thank you for this Bold And Beautiful step. Congratulations once again ! Hope you keep us posted about your achievements.
    shyam kr singh, A.D. (OL)

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  4. Singh Saheb,

    Thanks a lot for your highly enthusiastic & motivating comments. All of us know that it would have not been possible without unwavering & concrete support of our certain devoted CSOLS Officers. This Association firmly believes that the officers like you will not only continue to associate yourself with the Association as an active member but also facilitate furtherance of its Cadre-welfare-oriented objectives.

    Not to flatter you, you have been blessed with such unparalleled personality traits which can be highly instrumental in accomplishing a noble cause.

    CSOLS Officers Cadre Association believes that you will continue to support its long-cherished objectives through this blog and otherwise also.

    Thanks, once again, for boosting morale of the Association.

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  5. महेन्द्र सिंह, सहायक निदेशक, भारत निर्वाचन आयोग
    केन्द्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अधिकारी संवर्ग संगठन के जिन पदाधिकारियों/सदस्यों ने यह प्रयास किया है, मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं और आशा करता हूं कि गुमराह करने वाली भ्रामक सूचनाओं से सेवा के अधिकारी अब बच जाएंगे। इस ब्लॉग के माध्यम से अब वे प्रामाणिक सूचनाएं/जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और विचार-विनिमय कर सकेंगे।
    मित्रों, हम अपने ध्येय के प्रति कृतसंकल्प हैं और हमें बहुत संयम से कार्य करना है क्योंकि नकारात्मक सोच वाले व्यक्ति और निहित स्वार्थी तत्व सदैव आसपास रहते हैं और हमारे संवर्ग का तो उन्होंने कुछ ज्यादा ही अहित किया है।
    भगवान श्रीकृष्ण के उपदेशों को अपने जीवन में कार्यान्वित करने से ही हम सब का कल्याण होगा।


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  6. डॉक्‍टर साहब,

    धन्‍यवाद, आपने इस ब्‍लॉग को पढ़ा और अपने उत्‍साही व ओजपूर्ण विचारों से इस संगठन को अवगत कराया। आप इस तथ्‍य से भलीभांति परिचित ही हैं कि संगठन का पुनरुज्‍जीवन पूरी सकारात्‍मकता व पारदर्शिता के साथ हुआ है और आप जैसे कर्मठ साथियों के सहयोग से इसे भविष्‍य में भी बरकरार रखा जाएगा। हमें पूर्ण विश्‍वास है कि आप भविष्‍य में भी इस ब्‍लॉग के माध्‍यम से अथवा अन्‍यथा अपने विचारों से अवगत कराते रहेंगे और यथासमय मार्गनिर्देशन करते रहेंगे।

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